Original

तामिङ्गितज्ञः संप्रेक्ष्य बभाषे जनकात्मजाम् ।प्रदेहि सुभगे हारं यस्य तुष्टासि भामिनि ॥ ७१ ॥

Segmented

ताम् इङ्गित-ज्ञः सम्प्रेक्ष्य बभाषे जनकात्मजाम् प्रदेहि सुभगे हारम् यस्य तुष्टा असि भामिनि

Analysis

Word Lemma Parse
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
इङ्गित इङ्गित pos=n,comp=y
ज्ञः ज्ञ pos=a,g=m,c=1,n=s
सम्प्रेक्ष्य सम्प्रेक्ष् pos=vi
बभाषे भाष् pos=v,p=3,n=s,l=lit
जनकात्मजाम् जनकात्मजा pos=n,g=f,c=2,n=s
प्रदेहि प्रदा pos=v,p=2,n=s,l=lot
सुभगे सुभग pos=a,g=f,c=8,n=s
हारम् हार pos=n,g=m,c=2,n=s
यस्य यद् pos=n,g=m,c=6,n=s
तुष्टा तुष् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
असि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
भामिनि भामिनी pos=n,g=f,c=8,n=s