रामायणम् — 6.115.17
Original
Segmented
समीक्ष्य भरतो वाक्यम् उवाच पवनात्मजम् किंचिद् न खलु कापेयी सेव्यते चल-चित्त-ता न हि पश्यामि काकुत्स्थम् रामम् आर्यम् परंतपम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
भरतो | भरत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पवनात्मजम् | पवनात्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
खलु | खलु | pos=i |
कापेयी | कापेय | pos=a,g=f,c=1,n=s |
सेव्यते | सेव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
चल | चल | pos=a,comp=y |
चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
ता | ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
पश्यामि | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
काकुत्स्थम् | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रामम् | राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आर्यम् | आर्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
परंतपम् | परंतप | pos=a,g=m,c=2,n=s |