Original

आर्यपादौ गृहीत्वा तु शिरसा धर्मकोविदः ।पाण्डुरं छत्रमादाय शुक्लमाल्योपशोभितम् ॥ १४ ॥

Segmented

आर्य-पादौ गृहीत्वा तु शिरसा धर्म-कोविदः पाण्डुरम् छत्रम् आदाय शुक्ल-माल्य-उपशोभितम्

Analysis

Word Lemma Parse
आर्य आर्य pos=n,comp=y
पादौ पाद pos=n,g=m,c=2,n=d
गृहीत्वा ग्रह् pos=vi
तु तु pos=i
शिरसा शिरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
कोविदः कोविद pos=a,g=m,c=1,n=s
पाण्डुरम् पाण्डुर pos=a,g=n,c=2,n=s
छत्रम् छत्त्र pos=n,g=n,c=2,n=s
आदाय आदा pos=vi
शुक्ल शुक्ल pos=a,comp=y
माल्य माल्य pos=n,comp=y
उपशोभितम् उपशोभय् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part