रामायणम् — 6.113.6
Original
Segmented
अयोध्यायाः च ते मार्गम् प्रवृत्तिम् भरतस्य च निवेदयिष्यति प्रीतो निषाद-अधिपतिः गुहः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अयोध्यायाः | अयोध्या | pos=n,g=f,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रवृत्तिम् | प्रवृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
भरतस्य | भरत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
निवेदयिष्यति | निवेदय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
निषाद | निषाद | pos=n,comp=y |
अधिपतिः | अधिपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गुहः | गुह | pos=n,g=m,c=1,n=s |