Original

शृङ्गवेरपुरं प्राप्य गुहं गहनगोचरम् ।निषादाधिपतिं ब्रूहि कुशलं वचनान्मम ॥ ४ ॥

Segmented

शृङ्गिवेर-पुरम् प्राप्य गुहम् गहन-गोचरम् निषाद-अधिपतिम् ब्रूहि कुशलम् वचनात् मे

Analysis

Word Lemma Parse
शृङ्गिवेर शृङ्गवेर pos=n,comp=y
पुरम् पुर pos=n,g=n,c=2,n=s
प्राप्य प्राप् pos=vi
गुहम् गुह pos=n,g=m,c=2,n=s
गहन गहन pos=n,comp=y
गोचरम् गोचर pos=a,g=m,c=2,n=s
निषाद निषाद pos=n,comp=y
अधिपतिम् अधिपति pos=n,g=m,c=2,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
कुशलम् कुशल pos=n,g=n,c=2,n=s
वचनात् वचन pos=n,g=n,c=5,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s