Original

क्रोशमात्रे त्वयोध्यायाश्चीरकृष्णाजिनाम्बरम् ।ददर्श भरतं दीनं कृशमाश्रमवासिनम् ॥ २६ ॥

Segmented

क्रोश-मात्रे तु अयोध्यायाः चीर-कृष्ण-अजिन-अम्बरम् ददर्श भरतम् दीनम् कृशम् आश्रम-वासिनम्

Analysis

Word Lemma Parse
क्रोश क्रोश pos=n,comp=y
मात्रे मात्र pos=n,g=n,c=7,n=s
तु तु pos=i
अयोध्यायाः अयोध्या pos=n,g=f,c=6,n=s
चीर चीर pos=n,comp=y
कृष्ण कृष्ण pos=a,comp=y
अजिन अजिन pos=n,comp=y
अम्बरम् अम्बर pos=n,g=m,c=2,n=s
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
भरतम् भरत pos=n,g=m,c=2,n=s
दीनम् दीन pos=a,g=m,c=2,n=s
कृशम् कृश pos=a,g=m,c=2,n=s
आश्रम आश्रम pos=n,comp=y
वासिनम् वासिन् pos=a,g=m,c=2,n=s