Original

पर्णशाला तथा चित्रा दृश्यते शुभदर्शना ।यत्र त्वं राक्षसेन्द्रेण रावणेन हृता बलात् ॥ २१ ॥

Segmented

पर्णशाला तथा चित्रा दृश्यते शुभ-दर्शना यत्र त्वम् राक्षस-इन्द्रेण रावणेन हृता बलात्

Analysis

Word Lemma Parse
पर्णशाला पर्णशाला pos=n,g=f,c=1,n=s
तथा तथा pos=i
चित्रा चित्र pos=a,g=f,c=1,n=s
दृश्यते दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lat
शुभ शुभ pos=a,comp=y
दर्शना दर्शन pos=n,g=f,c=1,n=s
यत्र यत्र pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
राक्षस राक्षस pos=n,comp=y
इन्द्रेण इन्द्र pos=n,g=m,c=3,n=s
रावणेन रावण pos=n,g=m,c=3,n=s
हृता हृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
बलात् बल pos=n,g=n,c=5,n=s