Original

हिरण्यनाभं शैलेन्द्रं काञ्चनं पश्य मैथिलि ।विश्रमार्थं हनुमतो भित्त्वा सागरमुत्थितम् ॥ १२ ॥

Segmented

हिरण्यनाभम् शैल-इन्द्रम् काञ्चनम् पश्य मैथिलि विश्रम-अर्थम् हनुमतो भित्त्वा सागरम् उत्थितम्

Analysis

Word Lemma Parse
हिरण्यनाभम् हिरण्यनाभ pos=n,g=m,c=2,n=s
शैल शैल pos=n,comp=y
इन्द्रम् इन्द्र pos=n,g=m,c=2,n=s
काञ्चनम् काञ्चन pos=a,g=m,c=2,n=s
पश्य पश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मैथिलि मैथिली pos=n,g=f,c=8,n=s
विश्रम विश्रम pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
हनुमतो हनुमन्त् pos=n,g=m,c=6,n=s
भित्त्वा भिद् pos=vi
सागरम् सागर pos=n,g=m,c=2,n=s
उत्थितम् उत्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part