रामायणम् — 6.11.30
Original
Segmented
शत्रोः सकाशात् सम्प्राप्तः सर्वथा शङ्क्य एव हि विश्वास-योग्यः सहसा न कर्तव्यो विभीषणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शत्रोः | शत्रु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सकाशात् | सकाश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
सम्प्राप्तः | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सर्वथा | सर्वथा | pos=i |
शङ्क्य | शङ्क् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
एव | एव | pos=i |
हि | हि | pos=i |
विश्वास | विश्वास | pos=n,comp=y |
योग्यः | योग्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
कर्तव्यो | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
विभीषणः | विभीषण | pos=n,g=m,c=1,n=s |