रामायणम् — 6.11.28
Original
Segmented
तस्माद् एकैकशस् तावत् ब्रुवन्तु सचिवाः ते हेतुतो मति-सम्पन्नाः समर्थाः च पुनः पुनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्माद् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
एकैकशस् | एकैकशस् | pos=i |
तावत् | तावत् | pos=i |
ब्रुवन्तु | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
सचिवाः | सचिव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
हेतुतो | हेतु | pos=n,g=m,c=5,n=s |
मति | मति | pos=n,comp=y |
सम्पन्नाः | सम्पद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
समर्थाः | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |