Original

राक्षसो जिह्मया बुद्ध्या संदिष्टोऽयमुपस्थितः ।प्रहर्तुं मायया छन्नो विश्वस्ते त्वयि राघव ॥ १९ ॥

Segmented

राक्षसो जिह्मया बुद्ध्या संदिष्टो ऽयम् उपस्थितः प्रहर्तुम् मायया छन्नो विश्वस्ते त्वयि राघव

Analysis

Word Lemma Parse
राक्षसो राक्षस pos=n,g=m,c=1,n=s
जिह्मया जिह्म pos=a,g=f,c=3,n=s
बुद्ध्या बुद्धि pos=n,g=f,c=3,n=s
संदिष्टो संदिश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽयम् इदम् pos=n,g=m,c=1,n=s
उपस्थितः उपस्था pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
प्रहर्तुम् प्रहृ pos=vi
मायया माया pos=n,g=f,c=3,n=s
छन्नो छद् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
विश्वस्ते विश्वस् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
त्वयि त्वद् pos=n,g=,c=7,n=s
राघव राघव pos=n,g=m,c=8,n=s