रामायणम् — 6.109.8
Original
Segmented
एवम् उक्तवान् तु काकुत्स्थम् प्रत्युवाच विभीषणः अह्ना त्वाम् प्रापयिष्यामि ताम् पुरीम् पार्थिव-आत्मज
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
काकुत्स्थम् | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रत्युवाच | प्रतिवच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विभीषणः | विभीषण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अह्ना | अहर् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
प्रापयिष्यामि | प्रापय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पुरीम् | पुरी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
आत्मज | आत्मज | pos=n,g=m,c=8,n=s |