रामायणम् — 6.108.6
Original
Segmented
मद्-प्रियेषु अभिरक्ताः च न मृत्युम् गणयन्ति च त्वद्-प्रसादात् समेयुः ते वरम् एतद् अहम् वृणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
प्रियेषु | प्रिय | pos=a,g=m,c=7,n=p |
अभिरक्ताः | अभिरञ्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
मृत्युम् | मृत्यु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गणयन्ति | गणय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
च | च | pos=i |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
प्रसादात् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
समेयुः | समे | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वरम् | वर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वृणे | वृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |