रामायणम् — 6.107.3
Original
Segmented
दिष्ट्या सर्वस्य लोकस्य प्रवृद्धम् दारुणम् तमः अपावृत्तम् त्वया संख्ये राम रावण-जम् भयम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
सर्वस्य | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रवृद्धम् | प्रवृध् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
दारुणम् | दारुण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तमः | तमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अपावृत्तम् | अपावृत् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
रावण | रावण | pos=n,comp=y |
जम् | ज | pos=a,g=n,c=1,n=s |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |