रामायणम् — 6.106.8
Original
Segmented
प्रलोभ्यमाना विविधम् भर्त्स्यमाना च मैथिली न अचिन्तयत तद् रक्षः त्वद्-गतेन अन्तरात्मना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रलोभ्यमाना | प्रलोभय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
विविधम् | विविध | pos=a,g=n,c=2,n=s |
भर्त्स्यमाना | भर्त्स् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
मैथिली | मैथिली | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अचिन्तयत | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
रक्षः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
गतेन | गम् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
अन्तरात्मना | अन्तरात्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |