रामायणम् — 6.104.7
Original
Segmented
पृथक् स्त्रीणाम् प्रचारेण जातिम् त्वम् परिशङ्कसे परित्यज इमाम् शङ्काम् तु यदि ते ऽहम् परीक्षिता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पृथक् | पृथक् | pos=i |
स्त्रीणाम् | स्त्री | pos=n,g=f,c=6,n=p |
प्रचारेण | प्रचार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
जातिम् | जाति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
परिशङ्कसे | परिशङ्क् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
परित्यज | परित्यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शङ्काम् | शङ्का | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
यदि | यदि | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
परीक्षिता | परीक्ष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |