Original

यथा मे हृदयं नित्यं नापसर्पति राघवात् ।तथा लोकस्य साक्षी मां सर्वतः पातु पावकः ॥ २४ ॥

Segmented

यथा मे हृदयम् नित्यम् न अपसर्पति राघवात् तथा लोकस्य साक्षी माम् सर्वतः पातु पावकः

Analysis

Word Lemma Parse
यथा यथा pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
हृदयम् हृदय pos=n,g=n,c=1,n=s
नित्यम् नित्यम् pos=i
pos=i
अपसर्पति अपसृप् pos=v,p=3,n=s,l=lat
राघवात् राघव pos=n,g=m,c=5,n=s
तथा तथा pos=i
लोकस्य लोक pos=n,g=m,c=6,n=s
साक्षी साक्षिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
सर्वतः सर्वतस् pos=i
पातु पा pos=v,p=3,n=s,l=lot
पावकः पावक pos=n,g=m,c=1,n=s