Original

सा तदश्रुतपूर्वं हि जने महति मैथिली ।श्रुत्वा भर्तृवचो रूक्षं लज्जया व्रीडिताभवत् ॥ २ ॥

Segmented

सा तद् अश्रुत-पूर्वम् हि जने महति मैथिली श्रुत्वा भर्तृ-वचः रूक्षम् लज्जया व्रीडिता अभवत्

Analysis

Word Lemma Parse
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
अश्रुत अश्रुत pos=a,comp=y
पूर्वम् पूर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
हि हि pos=i
जने जन pos=n,g=m,c=7,n=s
महति महत् pos=a,g=m,c=7,n=s
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
भर्तृ भर्तृ pos=n,comp=y
वचः वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s
रूक्षम् रूक्ष pos=a,g=n,c=2,n=s
लज्जया लज्जा pos=n,g=f,c=3,n=s
व्रीडिता व्रीड् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
अभवत् भू pos=v,p=3,n=s,l=lan