रामायणम् — 6.102.20
Original
Segmented
कञ्चुक-उष्णीषिन् तत्र वेत्र-झर्झर-पाणयः उत्सारयन्तः पुरुषाः समन्तात् परिचक्रमुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कञ्चुक | कञ्चुक | pos=n,comp=y |
उष्णीषिन् | उष्णीषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
वेत्र | वेत्र | pos=n,comp=y |
झर्झर | झर्झर | pos=n,comp=y |
पाणयः | पाणि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
उत्सारयन्तः | उत्सारय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पुरुषाः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
समन्तात् | समन्तात् | pos=i |
परिचक्रमुः | परिक्रम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |