रामायणम् — 6.100.18
Original
Segmented
कृत-कार्यम् समृद्ध-अर्थम् दृष्ट्वा रामो विभीषणम् प्रतिजग्राह तत् सर्वम् तस्य एव प्रिय-काम्या
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समृद्ध | समृध् | pos=va,comp=y,f=part |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विभीषणम् | विभीषण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रतिजग्राह | प्रतिग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |