रामायणम् — 6.10.5
Original
Segmented
नित्यम् अन्योन्य-संहृष्टाः व्यसनेषु आततायिन् प्रच्छन्न-हृदयाः घोरा ज्ञातयः तु भय-आवहाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
अन्योन्य | अन्योन्य | pos=n,comp=y |
संहृष्टाः | संहृष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
व्यसनेषु | व्यसन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
आततायिन् | आततायिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रच्छन्न | प्रच्छद् | pos=va,comp=y,f=part |
हृदयाः | हृदय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
घोरा | घोर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ज्ञातयः | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तु | तु | pos=i |
भय | भय | pos=n,comp=y |
आवहाः | आवह | pos=a,g=m,c=1,n=p |