रामायणम् — 6.10.21
Original
Segmented
निवार्यमाणस्य मया हित-एषिणा न रोचते ते वचनम् निशाचर परीत-कालाः हि गत-आयुषः नरा हितम् न गृह्णन्ति सुहृद्भिः ईरितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निवार्यमाणस्य | निवारय् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
हित | हित | pos=n,comp=y |
एषिणा | एषिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निशाचर | निशाचर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
परीत | परी | pos=va,comp=y,f=part |
कालाः | काल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
गत | गम् | pos=va,comp=y,f=part |
आयुषः | आयुस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नरा | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हितम् | हित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
गृह्णन्ति | ग्रह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सुहृद्भिः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
ईरितम् | ईरय् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |