Original

ऊरुपार्श्वकटीपृष्ठमन्योन्यस्य समाश्रिताः ।परस्परनिविष्टाङ्ग्यो मदस्नेहवशानुगाः ॥ ५८ ॥

Segmented

ऊरू-पार्श्व-कटि-पृष्ठम् अन्योन्यस्य समाश्रिताः परस्पर-निविष्ट-अङ्ग मद-स्नेह-वश-अनुग

Analysis

Word Lemma Parse
ऊरू ऊरु pos=n,comp=y
पार्श्व पार्श्व pos=n,comp=y
कटि कटि pos=n,comp=y
पृष्ठम् पृष्ठ pos=n,g=n,c=2,n=s
अन्योन्यस्य अन्योन्य pos=n,g=m,c=6,n=s
समाश्रिताः समाश्रि pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part
परस्पर परस्पर pos=n,comp=y
निविष्ट निविश् pos=va,comp=y,f=part
अङ्ग अङ्ग pos=a,g=f,c=1,n=p
मद मद pos=n,comp=y
स्नेह स्नेह pos=n,comp=y
वश वश pos=n,comp=y
अनुग अनुग pos=a,g=f,c=1,n=p