रामायणम् — 5.7.4
Original
Segmented
चतुः-विषाणैः द्विरदैः त्रि-विषाणैः तथा एव च परिक्षिप्तम् असंबाधम् रक्ष्यमाणम् उदायुधैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चतुः | चतुर् | pos=n,comp=y |
विषाणैः | विषाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
द्विरदैः | द्विरद | pos=n,g=m,c=3,n=p |
त्रि | त्रि | pos=n,comp=y |
विषाणैः | विषाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
परिक्षिप्तम् | परिक्षिप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
असंबाधम् | असंबाध | pos=a,g=n,c=1,n=s |
रक्ष्यमाणम् | रक्ष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
उदायुधैः | उदायुध | pos=a,g=m,c=3,n=p |