रामायणम् — 5.7.37
Original
Segmented
सा तस्य शुशुभे शाला ताभिः स्त्रीभिः विराजिता शारदी इव प्रसन्ना द्यौः ताराभिः अभिशोभिता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शुशुभे | शुभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शाला | शाला | pos=n,g=f,c=1,n=s |
ताभिः | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
स्त्रीभिः | स्त्री | pos=n,g=f,c=3,n=p |
विराजिता | विराज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
शारदी | शारद | pos=a,g=f,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
प्रसन्ना | प्रसद् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
द्यौः | दिव् | pos=n,g=,c=1,n=s |
ताराभिः | तारा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
अभिशोभिता | अभिशोभय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |