रामायणम् — 5.7.28
Original
Segmented
प्रध्यायत इव अपश्यत् प्रदीपान् तत्र काञ्चनान् धूर्तान् इव महा-धूर्तैः देवनेन पराजितान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रध्यायत | प्रध्या | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
अपश्यत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
प्रदीपान् | प्रदीप | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
काञ्चनान् | काञ्चन | pos=a,g=m,c=2,n=p |
धूर्तान् | धूर्त | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इव | इव | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
धूर्तैः | धूर्त | pos=n,g=m,c=3,n=p |
देवनेन | देवन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
पराजितान् | पराजि | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |