Original

अरिघ्नं सिंहसंकाशं क्षिप्रं द्रक्ष्यसि राघवम् ।लक्ष्मणं च धनुष्पाणिं लङ्का द्वारमुपस्थितम् ॥ २५ ॥

Segmented

अरि-घ्नम् सिंह-संकाशम् क्षिप्रम् द्रक्ष्यसि राघवम् लक्ष्मणम् च धनुष्पाणिम् लङ्का-द्वारम् उपस्थितम्

Analysis

Word Lemma Parse
अरि अरि pos=n,comp=y
घ्नम् घ्न pos=a,g=m,c=2,n=s
सिंह सिंह pos=n,comp=y
संकाशम् संकाश pos=n,g=m,c=2,n=s
क्षिप्रम् क्षिप्रम् pos=i
द्रक्ष्यसि दृश् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
राघवम् राघव pos=n,g=m,c=2,n=s
लक्ष्मणम् लक्ष्मण pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
धनुष्पाणिम् धनुष्पाणि pos=a,g=m,c=2,n=s
लङ्का लङ्का pos=n,comp=y
द्वारम् द्वार pos=n,g=n,c=2,n=s
उपस्थितम् उपस्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part