Original

मधुरा मधुरालापा किमाह मम भामिनी ।मद्विहीना वरारोहा हनुमन्कथयस्व मे ।दुःखाद्दुःखतरं प्राप्य कथं जीवति जानकी ॥ १५ ॥

Segmented

मधुरा मधुर-आलापा किम् आह मम भामिनी मद्-विहीना वर-आरोहा हनुमन् कथयस्व मे दुःखाद् दुःखतरम् प्राप्य कथम् जीवति जानकी

Analysis

Word Lemma Parse
मधुरा मधुर pos=a,g=f,c=1,n=s
मधुर मधुर pos=a,comp=y
आलापा आलाप pos=n,g=f,c=1,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
आह अह् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
भामिनी भामिनी pos=n,g=f,c=1,n=s
मद् मद् pos=n,comp=y
विहीना विहा pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
वर वर pos=a,comp=y
आरोहा आरोह pos=n,g=f,c=1,n=s
हनुमन् हनुमन्त् pos=n,g=m,c=8,n=s
कथयस्व कथय् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
दुःखाद् दुःख pos=n,g=n,c=5,n=s
दुःखतरम् दुःखतर pos=n,g=n,c=2,n=s
प्राप्य प्राप् pos=vi
कथम् कथम् pos=i
जीवति जीव् pos=v,p=3,n=s,l=lat
जानकी जानकी pos=n,g=f,c=1,n=s