Original

रावणाद्विनिवृत्तार्था मर्तव्यकृतनिश्चया ।देवी कथंचित्काकुत्स्थ त्वन्मना मार्गिता मया ॥ १४ ॥

Segmented

रावणाद् विनिवृत्त-अर्था मृ-कृत-निश्चया देवी कथंचित् काकुत्स्थ त्वद्-मनाः मार्गिता मया

Analysis

Word Lemma Parse
रावणाद् रावण pos=n,g=m,c=5,n=s
विनिवृत्त विनिवृत् pos=va,comp=y,f=part
अर्था अर्थ pos=n,g=f,c=1,n=s
मृ मृ pos=va,comp=y,f=krtya
कृत कृ pos=va,comp=y,f=part
निश्चया निश्चय pos=n,g=f,c=1,n=s
देवी देवी pos=n,g=f,c=1,n=s
कथंचित् कथंचिद् pos=i
काकुत्स्थ काकुत्स्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
त्वद् त्वद् pos=n,comp=y
मनाः मनस् pos=n,g=f,c=1,n=s
मार्गिता मार्गय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s