रामायणम् — 5.62.36
Original
Segmented
आजग्मुः ते ऽपि हरयो राम-दर्शन-काङ्क्षिणः अङ्गदम् पुरतः कृत्वा हनूमन्तम् च वानरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आजग्मुः | आगम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽपि | अपि | pos=i |
हरयो | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
राम | राम | pos=n,comp=y |
दर्शन | दर्शन | pos=n,comp=y |
काङ्क्षिणः | काङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
अङ्गदम् | अङ्गद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पुरतः | पुरतस् | pos=i |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
हनूमन्तम् | हनुमन्त् | pos=n,g=,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
वानरम् | वानर | pos=n,g=m,c=2,n=s |