Original

कौसल्या सुप्रजा राम समाश्वसिहि सुव्रत ।दृष्टा देवी न संदेहो न चान्येन हनूमता ।न ह्यन्यः कर्मणो हेतुः साधने तद्विधो भवेत् ॥ ३० ॥

Segmented

कौसल्या सु प्रजा राम समाश्वसिहि सुव्रत दृष्टा देवी न संदेहो न च अन्येन हनूमता न हि अन्यः कर्मणो हेतुः साधने तद्विधो भवेत्

Analysis

Word Lemma Parse
कौसल्या कौसल्या pos=n,g=f,c=1,n=s
सु सु pos=i
प्रजा प्रजा pos=n,g=f,c=1,n=s
राम राम pos=n,g=m,c=8,n=s
समाश्वसिहि समाश्वस् pos=v,p=2,n=s,l=lot
सुव्रत सुव्रत pos=a,g=m,c=8,n=s
दृष्टा दृश् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
देवी देवी pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
संदेहो संदेह pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
pos=i
अन्येन अन्य pos=n,g=m,c=3,n=s
हनूमता हनुमन्त् pos=n,g=,c=3,n=s
pos=i
हि हि pos=i
अन्यः अन्य pos=n,g=m,c=1,n=s
कर्मणो कर्मन् pos=n,g=n,c=6,n=s
हेतुः हेतु pos=n,g=m,c=1,n=s
साधने साधन pos=n,g=n,c=7,n=s
तद्विधो तद्विध pos=a,g=m,c=1,n=s
भवेत् भू pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin