रामायणम् — 5.61.26
Original
Segmented
प्रीतो ऽस्मि सौम्य यद् भुक्तम् वनम् तैः कृत-कर्मभिः मर्षितम् मर्षणीयम् च चेष्टितम् कृत-कर्मणाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रीतो | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
यद् | यत् | pos=i |
भुक्तम् | भुज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मर्षितम् | मर्षय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मर्षणीयम् | मृष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
च | च | pos=i |
चेष्टितम् | चेष्ट् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |