रामायणम् — 5.6.6
Original
Segmented
मही-तले स्वर्गम् इव प्रकीर्णम् श्रिया ज्वलन्तम् बहु-रत्न-कीर्णम् नाना तरूनाम् कुसुम-अवकीर्णम् गिरेः इव अग्रम् रजसा अवकीर्णम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मही | मही | pos=n,comp=y |
तले | तल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
प्रकीर्णम् | प्रक् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
श्रिया | श्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
ज्वलन्तम् | ज्वल् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
कीर्णम् | कृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
नाना | नाना | pos=i |
तरूनाम् | तरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
कुसुम | कुसुम | pos=n,comp=y |
अवकीर्णम् | अवकृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
गिरेः | गिरि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इव | इव | pos=i |
अग्रम् | अग्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
रजसा | रजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अवकीर्णम् | अवकृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |