रामायणम् — 5.6.15
Original
Segmented
इति इव तद् गृहम् अभिगम्य शोभनम् स विस्मयः नगम् इव चारु-शोभनम् पुनः च तत् परम-सुगन्धि सुन्दरम् हिम-अत्यये नगम् इव चारु-कन्दरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
इव | इव | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गृहम् | गृह | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अभिगम्य | अभिगम् | pos=vi |
शोभनम् | शोभन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
स | स | pos=i |
विस्मयः | विस्मय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नगम् | नग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
चारु | चारु | pos=a,comp=y |
शोभनम् | शोभन | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
च | च | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परम | परम | pos=a,comp=y |
सुगन्धि | सुगन्धि | pos=a,g=n,c=2,n=s |
सुन्दरम् | सुन्दर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
हिम | हिम | pos=n,comp=y |
अत्यये | अत्यय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
नगम् | नग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
चारु | चारु | pos=a,comp=y |
कन्दरम् | कन्दर | pos=n,g=m,c=2,n=s |