रामायणम् — 5.59.15
Original
Segmented
परस्परम् केचिद् उपाश्रयन्ते परस्परम् केचिद् अतिब्रुवन्ते द्रुमाद् द्रुमम् केचिद् अभिप्लवन्ते क्षितौ नग-अग्रात् निपतन्ति केचित्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
उपाश्रयन्ते | उपाश्रि | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
अतिब्रुवन्ते | अतिब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
द्रुमाद् | द्रुम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
द्रुमम् | द्रुम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
अभिप्लवन्ते | अभिप्लु | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
क्षितौ | क्षिति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
नग | नग | pos=n,comp=y |
अग्रात् | अग्र | pos=n,g=n,c=5,n=s |
निपतन्ति | निपत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
केचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |