रामायणम् — 5.58.6
Original
Segmented
ब्राह्मम् ऐन्द्रम् च रौद्रम् च वायव्यम् वारुणम् तथा यदि शक्रजितो ऽस्त्राणि दुर्निरीक्ष्याणि संयुगे तानि अहम् विधमिष्यामि निहनिष्यामि राक्षसान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मम् | ब्राह्म | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ऐन्द्रम् | ऐन्द्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
रौद्रम् | रौद्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
वायव्यम् | वायव्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
वारुणम् | वारुण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
यदि | यदि | pos=i |
शक्रजितो | शक्रजित् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ऽस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
दुर्निरीक्ष्याणि | दुर्निरीक्ष्य | pos=a,g=n,c=1,n=p |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विधमिष्यामि | विधम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
निहनिष्यामि | निहन् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
राक्षसान् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=p |