Original

रावणाद्विनिवृत्तार्था मर्तव्यकृतनिश्चया ।कथंचिन्मृगशावाक्षी विश्वासमुपपादिता ॥ १३ ॥

Segmented

रावणाद् विनिवृत्त-अर्था मृ-कृत-निश्चया कथंचिन् मृगशावाक्षी विश्वासम् उपपादिता

Analysis

Word Lemma Parse
रावणाद् रावण pos=n,g=m,c=5,n=s
विनिवृत्त विनिवृत् pos=va,comp=y,f=part
अर्था अर्थ pos=n,g=f,c=1,n=s
मृ मृ pos=va,comp=y,f=krtya
कृत कृ pos=va,comp=y,f=part
निश्चया निश्चय pos=n,g=f,c=1,n=s
कथंचिन् कथंचिद् pos=i
मृगशावाक्षी मृगशावाक्षी pos=n,g=f,c=1,n=s
विश्वासम् विश्वास pos=n,g=m,c=2,n=s
उपपादिता उपपादय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part