रामायणम् — 5.56.106
Original
Segmented
तम् तु मन्दोदरी पुत्रम् कुमारम् रण-पण्डितम् सहसा खम् समुत्क्रान्तम् पादयोः च गृहीतवान् शत-गुणम् भ्रामयित्वा व्यपेषयम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
मन्दोदरी | मन्दोदरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कुमारम् | कुमार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रण | रण | pos=n,comp=y |
पण्डितम् | पण्डित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
खम् | ख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
समुत्क्रान्तम् | समुत्क्रम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
पादयोः | पाद | pos=n,g=m,c=7,n=d |
च | च | pos=i |
गृहीतवान् | ग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शत | शत | pos=n,comp=y |
गुणम् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भ्रामयित्वा | भ्रामय् | pos=vi |
व्यपेषयम् | विपेषय् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |