Original

स किंचिदनुसंप्राप्तः समालोक्य महागिरिम् ।महेन्द्रमेघसंकाशं ननाद हरिपुंगवः ॥ १० ॥

Segmented

स किंचिद् अनुसंप्राप्तः समालोक्य महा-गिरिम् महेन्द्र-मेघ-संकाशम् ननाद हरि-पुंगवः

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
किंचिद् कश्चित् pos=n,g=n,c=2,n=s
अनुसंप्राप्तः अनुसम्प्राप् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
समालोक्य समालोकय् pos=vi
महा महत् pos=a,comp=y
गिरिम् गिरि pos=n,g=m,c=2,n=s
महेन्द्र महेन्द्र pos=n,comp=y
मेघ मेघ pos=n,comp=y
संकाशम् संकाश pos=n,g=m,c=2,n=s
ननाद नद् pos=v,p=3,n=s,l=lit
हरि हरि pos=n,comp=y
पुंगवः पुंगव pos=n,g=m,c=1,n=s