रामायणम् — 5.54.22
Original
Segmented
स्रस्त-व्याविद्ध-वसनाः व्याकुलीकृ-भूषणा विद्याधर्यः समुत्पेतुः सहसा धरणीधरात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्रस्त | स्रंस् | pos=va,comp=y,f=part |
व्याविद्ध | व्याव्यध् | pos=va,comp=y,f=part |
वसनाः | वसन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
व्याकुलीकृ | व्याकुलीकृ | pos=va,comp=y,f=part |
भूषणा | भूषण | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विद्याधर्यः | विद्याधरी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
समुत्पेतुः | समुत्पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
धरणीधरात् | धरणीधर | pos=n,g=m,c=5,n=s |