रामायणम् — 5.51.35
Original
Segmented
पुर-द्वारम् ततः श्रीमाञ् शैल-शृङ्गम् इव उन्नतम् विभक्त-रक्षः-सम्बाधम् आससाद अनिलात्मजः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुर | पुर | pos=n,comp=y |
द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
श्रीमाञ् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शैल | शैल | pos=n,comp=y |
शृङ्गम् | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
उन्नतम् | उन्नम् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
विभक्त | विभज् | pos=va,comp=y,f=part |
रक्षः | रक्षस् | pos=n,comp=y |
सम्बाधम् | सम्बाध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आससाद | आसद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अनिलात्मजः | अनिलात्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |