रामायणम् — 5.50.7
Original
Segmented
एतान् हि दूते प्रवदन्ति दण्डान् वधः तु दूतस्य न नः श्रुतो ऽपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
हि | हि | pos=i |
दूते | दूत | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रवदन्ति | प्रवद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
दण्डान् | दण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=p |
वधः | वध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
दूतस्य | दूत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
श्रुतो | श्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽपि | अपि | pos=i |