रामायणम् — 5.50.4
Original
Segmented
निश्चित-अर्थः ततस् साम्ना आपूज्य शत्रुजित् अग्रजम् उवाच हितम् अत्यर्थम् वाक्यम् वाक्य-विशारदः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निश्चित | निश्चि | pos=va,comp=y,f=part |
अर्थः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततस् | ततस् | pos=i |
साम्ना | सामन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
आपूज्य | आपूजय् | pos=vi |
शत्रुजित् | शत्रुजित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अग्रजम् | अग्रज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अत्यर्थम् | अत्यर्थम् | pos=i |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वाक्य | वाक्य | pos=n,comp=y |
विशारदः | विशारद | pos=a,g=m,c=1,n=s |