Original

रामेण हि प्रतिज्ञातं हर्यृक्षगणसंनिधौ ।उत्सादनममित्राणां सीता यैस्तु प्रधर्षिता ॥ ३१ ॥

Segmented

रामेण हि प्रतिज्ञातम् हरि-ऋक्ष-गण-संनिधौ उत्सादनम् अमित्राणाम् सीता यैः तु प्रधर्षिता

Analysis

Word Lemma Parse
रामेण राम pos=n,g=m,c=3,n=s
हि हि pos=i
प्रतिज्ञातम् प्रतिज्ञा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
हरि हरि pos=n,comp=y
ऋक्ष ऋक्ष pos=n,comp=y
गण गण pos=n,comp=y
संनिधौ संनिधि pos=n,g=m,c=7,n=s
उत्सादनम् उत्सादन pos=n,g=n,c=1,n=s
अमित्राणाम् अमित्र pos=n,g=m,c=6,n=p
सीता सीता pos=n,g=f,c=1,n=s
यैः यद् pos=n,g=m,c=3,n=p
तु तु pos=i
प्रधर्षिता प्रधर्षय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part