Original

तत्त्रिकालहितं वाक्यं धर्म्यमर्थानुबन्धि च ।मन्यस्व नरदेवाय जानकी प्रतिदीयताम् ॥ १९ ॥

Segmented

तत् त्रि-काल-हितम् वाक्यम् धर्म्यम् अर्थ-अनुबन्धिन् च मन्यस्व नरदेवाय जानकी प्रतिदीयताम्

Analysis

Word Lemma Parse
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
त्रि त्रि pos=n,comp=y
काल काल pos=n,comp=y
हितम् हित pos=a,g=n,c=2,n=s
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
धर्म्यम् धर्म्य pos=a,g=n,c=2,n=s
अर्थ अर्थ pos=n,comp=y
अनुबन्धिन् अनुबन्धिन् pos=a,g=n,c=2,n=s
pos=i
मन्यस्व मन् pos=v,p=2,n=s,l=lot
नरदेवाय नरदेव pos=n,g=m,c=4,n=s
जानकी जानकी pos=n,g=f,c=1,n=s
प्रतिदीयताम् प्रतिदा pos=v,p=3,n=s,l=lot