रामायणम् — 5.46.58
Original
Segmented
स रोष-संवर्तय्-ताम्र-दृष्टिः दशाननः तम् कपिम् अन्ववेक्ष्य अथ उपविष्टान् कुल-शील-वृद्धान् समादिशत् तम् प्रति मन्त्र-मुख्यान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रोष | रोष | pos=n,comp=y |
संवर्तय् | संवर्तय् | pos=va,comp=y,f=part |
ताम्र | ताम्र | pos=a,comp=y |
दृष्टिः | दृष्टि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दशाननः | दशानन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कपिम् | कपि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अन्ववेक्ष्य | अन्ववेक्ष् | pos=vi |
अथ | अथ | pos=i |
उपविष्टान् | उपविश् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
कुल | कुल | pos=n,comp=y |
शील | शील | pos=n,comp=y |
वृद्धान् | वृध् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
समादिशत् | समादिस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
मुख्यान् | मुख्य | pos=a,g=m,c=2,n=p |