रामायणम् — 5.46.2
Original
Segmented
त्वम् अस्त्र-विद्-शस्त्रभृताम् वरिष्ठः सुर-असुराणाम् अपि शोक-दाता सुरेषु स इन्द्रेषु च दृष्ट-कर्मा पितामह-आराधन-संचित-अस्त्रः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अस्त्र | अस्त्र | pos=n,comp=y |
विद् | विद् | pos=a,comp=y |
शस्त्रभृताम् | शस्त्रभृत् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
वरिष्ठः | वरिष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सुर | सुर | pos=n,comp=y |
असुराणाम् | असुर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
दाता | दातृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सुरेषु | सुर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
स | स | pos=i |
इन्द्रेषु | इन्द्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
दृष्ट | दृश् | pos=va,comp=y,f=part |
कर्मा | कर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पितामह | पितामह | pos=n,comp=y |
आराधन | आराधन | pos=n,comp=y |
संचित | संचि | pos=va,comp=y,f=part |
अस्त्रः | अस्त्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |