रामायणम् — 5.46.11
Original
Segmented
न खलु इयम् मतिः श्रेष्ठा यत् त्वाम् संप्रेषयामि अहम् इयम् च राज-धर्माणाम् क्षत्रस्य च मतिः मता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
खलु | खलु | pos=i |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
श्रेष्ठा | श्रेष्ठ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
यत् | यत् | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
संप्रेषयामि | संप्रेषय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
धर्माणाम् | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=p |
क्षत्रस्य | क्षत्र | pos=n,g=n,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मता | मन् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |