रामायणम् — 5.45.9
Original
Segmented
स तस्य वेगम् च कपेः महात्मनः पराक्रमम् च अरिषु पार्थिव-आत्मजः विचारयन् खम् च बलम् महा-बलः हिम-क्षये सूर्य इव अभिवर्धते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वेगम् | वेग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
कपेः | कपि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
पराक्रमम् | पराक्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अरिषु | अरि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विचारयन् | विचारय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
खम् | ख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
बलः | बल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हिम | हिम | pos=n,comp=y |
क्षये | क्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सूर्य | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अभिवर्धते | अभिवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |