रामायणम् — 5.45.8
Original
Segmented
स तम् समासाद्य हरिम् हरि-ईक्षणः युगान्त-काल-अग्निम् इव प्रजा-क्षये अवस्थितम् विस्मित-जात-सम्भ्रमः समैक्षत अक्षः बहु-मान-चक्षुषा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
हरिम् | हरि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हरि | हरि | pos=a,comp=y |
ईक्षणः | ईक्षण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
युगान्त | युगान्त | pos=n,comp=y |
काल | काल | pos=n,comp=y |
अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
प्रजा | प्रजा | pos=n,comp=y |
क्षये | क्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
अवस्थितम् | अवस्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
विस्मित | विस्मि | pos=va,comp=y,f=part |
जात | जन् | pos=va,comp=y,f=part |
सम्भ्रमः | सम्भ्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समैक्षत | समीक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अक्षः | अक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
मान | मान | pos=n,comp=y |
चक्षुषा | चक्षुस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |